कुंडली दोष- विश्लेषण एवं समाधान ?

9 months ago
? कुंडली दोष- विश्लेषण एवं समाधान ? एक के बाद एक हर एक ब्लॉक में मैं आपको कुंडली की मूलभूत समस्याओं के बारे में बताऊंगा|| साथ ही उसके हर तरह के उपचार के बारे में भी बताऊंगा, ताकि आप उन समस्याओं को समझ सके एवं उनका समाधान भी पा सके,,, खासकर वे समस्याएं जो मनुष्य के जीवन को झकझोर कर रख देती है, मनुष्य के जीवन में विपरीत परिस्थितियों को उत्पन्न कर देती है, एवं मनुष्य के जीवन में निरंतर दुख एंव संघर्ष का समावेश बना कर रखती है,, यहां तक की यह दोष ऐसे होते हैं जो इंसान को इतना लाचार कर देते हैं कि इंसान सब कुछ त्याग करके आत्महत्या तक कर लेता है( आगे मैं आपको आत्महत्या के ऊपर भी बताऊंगा, यह क्यों होता है??कैसे होता है??मनुष्य कैसे यह तय करता है कि उसे किस प्रकार से मरना चाहिए, जहर खाकर, बस ट्रेन के नीचे आकर, ऊंचाई से कूदकर, फंदे से लटक कर ,दवा खाकर आदि और साथ में विस्तार से मैं आपको यह भी बताऊंगा कि आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं बल्कि उस समस्या के साथ वर्षों वर्षों तक के लिए और कई सारी समस्याओं को उत्पन्न करने का मूल जड़ है, क्योंकि आपका एक गलत निर्णय न सिर्फ आपको बल्कि आपके पूरे परिवार को खत्म कर सकता है, इसलिए ऐसे विचारों से अपने आप को हमेशा दूर रखने का प्रयास करें,, आगे के ब्लॉक में मैं बताऊंगा कि आत्महत्या के विचार कब और कैसे उत्पन्न होते हैं?? और मनुष्य कब उसका निर्णय लेता है??कि उसे यह करना चाहिए और उस से कैसे बचा जा सकता है ??) तब तक मैं दूसरे मूल समस्याओं एवं दोषो के बारे में पहले बात करूंगा,,, जैसे कालसर्प दोष, मंगल दोष ,पितृदोष ,चांडाल दोष विष दोष आदि, , जब भी बात समस्याओं की या परेशानियों की होती है तो ऐसी स्थिति परिस्थिति में कुछ चीजों को समझना बहुत जरूरी होता है जैसे यदि आप बहुत ज्यादा बीमार रहते और चेकअप कराने पर भी यदि कोई ठोस रोग निकल कर सामने नहीं आता, या रोग बार-बार परिवर्तित होता रहता है, तो इसका अर्थ है कि आप भौतिक रूप से बीमार नहीं है,,परंतु ग्रहों और नक्षत्रों के प्रभाव से ज्योतिषियों मान्यताओं के आधार पर आप सचमुच बीमार है,,और ऐसी बीमारी का इलाज आप चाहे डॉक्टर से कितना भी करा दें??कितना भी चेकअप करा ले ??कितने भी पैसे खर्च कर दें?? मगर ना तो मूल रूप से यह बीमारी पकड़ में आएगी और ना ही उसका कोई स्थाई इलाज हो पाएगा,,,,, वैसी परिस्थिति में यदि आप अपनी कुंडली का विश्लेषण कराते हैं और ग्रह नक्षत्रों के अनुसार जब आप उसका उपाय करेंगे तो आप खुद देखेंगे कि मात्र 3 दिन से 7 दिन के अंदर ही वह अपना प्रभाव दिखाना प्रारंभ कर देता है,,,और आपके रोग धीरे-धीरे शांत होते चले जाएंगे और आप खुद में ऊर्जावान महसूस करने लगेंगे ,, अब इसके अलावा कुछ बातों को और समझना जरूरी होता है जैसे आप समझिए कि आप के पास कोई कमी नहीं है ,आप एक अच्छे परिवार में रहते हैं, मगर फिर भी परिवार से जो आपको चाहिए, वह आपको प्राप्त नहीं हो पा रहा है, जो सुख और शांति की आप कामना करते हैं , वह आपको प्राप्त नहीं हो पा रहा है ,,अपने ही घर में कलह, विवाद और अशांति का आपको सामना करना पड़ रहा है , आप मेहनत बहुत करते हैं, परिश्रम बहुत करते हैं ,मगर उस परिश्रम, उस मेहनत के मुताबिक आपको उसका परिणाम नहीं मिल पा रहा है , बिना किसी कारण के बार-बार किसी न किसी प्रकार से आपके ऊपर परेशानियां चली आ रही है आप बहुत हाथ पाव मारते हैं उसके बावजूद भी आप अपनी समस्याओं का पूर्णतः समाधान नहीं कर पाते है,,आप एक अच्छे व्यक्ति हैं फिर भी आप के मान सम्मान को हानि पहुंचती है, विरोधी आप पर हावी रहने का प्रयास करते हैं, आप सच होते हुए भी अपने आप को साबित नहीं कर पाते हैं,,छोटी छोटी चीजों पर ही आप घबराने लगते हैं,,डरने लगते हैं,,हार मानने लगते हैं,,आप निराश होने लगते हैं,, तो ऐसी परिस्थितियों में सबसे पहले आपको अपने कुंडली में लगे हुए दोषौ का विश्लेषण कराना चाहिए,,,उस पर विचार करना चाहिए और उन दोषों का उपाय करना चाहिए,,, जैसे उदाहरण के तौर पर मैं बताना चाहूंगा,,,, ?दोष और उनके लक्षण? 1) जैसे आपके घर में कोई ना कोई हमेशा बीमार लगा रहता है , किसी ना किसी प्रकार से कुछ ना कुछ,, 2) पैसों की आमदनी तो है मगर आमदनी से अधिक खर्च बना रहता है,, पैसों में बचत नहीं होती, खर्च अधिक से अधिक होता है, और ज्यादातर पैसे उन चीजों पर खर्च होते हैं जो पुनः प्राप्त नहीं किए जा सकते,,जिनका रिकवरी ना हो पाए ,,,ज्यादातर ऐसे खर्चे रोग बीमारी पर खर्च होना,,धन का चोरी हो जाना,,किसी के द्वारा ठग लिया जाना,, जुवे लॉटरी आदि में धन की हानि होना 3) बिना किसी कारण के या फिर छोटी-छोटी बातों पर घर में विवाद अशांति बना रहता है और कई बार आप देखेंगे कि जिस रोज आप घर में किसी प्रकार का कोई कार्यक्रम करना चाहते हैं कोई पूजा पाठ करना चाहते हैं उस रोज तो यह विवाद अवश्य ही होगा,,, 4)कई बार देखा गया है कि घर के किसी भी सदस्य को या ज्यादातर घर की स्त्रियों में बच्चों को मरे हुए लोगों का सपना आना मरे हुए लोगो का दिखाई पड़ना , तो आप समझ जाइए कि आपकी कुंडली में 5) क्योंकि वंश वृद्धि के लिए पितरों का प्रसन्न रहना अति आवश्यक होता है वंश वृद्धि नहीं होना वंश होने में विलंब होना गर्भ ठहर कर गिर जाना यह भी पितृदोष के ही लक्षण है (जिनके साथ ऐसी बातें हो रही है ) आपके ऊपर पितृदोष या ग्रहण दोष लगा हुआ है, साथ ही कुंडली के चतुर्थ एवं दशम भाव को भी देखकर यह जाना जा सकता है कि घर में विवाद के कारण क्या है ??और फिर जो ग्रह वहां उपस्थित हैं उससे संबंधित उपाय करके, पितृदोष शांति का उपाय करके, ग्रहण दोष को शांत करके, आप इन समस्याओं को बहुत हद तक कम कर सकते हैं और धीरे-धीरे आप देखेंगे कि यह समस्या दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है( मगर इसके लिए आपको विश्वास और धैर्य दोनों रखना होगा क्योंकि जिस प्रकार से पौधे के बीज लगाते ही उसमें फल फूल नहीं लग जाते, ठीक उसी प्रकार शांति होते ही तुरंत वह अपना पूरा प्रभाव पूरा उर्जा आपको नहीं दे पाता ,इसलिए विश्वास के साथ धैर्य रखेंगे तो आप पाएंगे कि धीरे-धीरे दिन प्रतिदिन आपकी समस्याएं कम होती जाएंगी ,, आप ही नहीं बल्कि आपका पूरा परिवार अपने आप में एक अलग उर्जा एक अलग स्फूर्ति का अनुभव करेगा,,, ? उपाय एवं टोटके ? पुजन उपाए ? 1) किसी नदी के किनारे पर पित्र दोष शांति पूजन कराएं 2) यदि आपको अपने ही पूर्वजों के या अपने परिवार के मरे हुए लोगों के स्वप्न आते हैं तो इसका अर्थ है कि आपके पित्र आपसे प्रसन्न नहीं है या वह आपसे कुछ कहना चाहते हैं ऐसी परिस्थिति में सुबह उठने के बाद आप नहा कर एक लोटा जल ले ले, उसमें जौ, काला उड़द ,काला तिल ,सफेद चंदन, सफेद फूल, एंव साथ ही अरवा चावल उस लोटे के जल में मिला दें और फिर दक्षिण की दिशा की तरफ खड़े होकर ,जिनको आपने सपने में देखा है, उनका ध्यान करके या उनका नाम स्मरण करके या फिर अपने सभी पित्रों का ध्यान करते हुए , ""आप बोले ,,हे मेरे पित्र गण मैं यह अन्न एंव जल आपको समर्पित कर रहा हूं, इसे आप स्वीकार करें और सपरिवार मेरा कल्याण करें , यदि कोई कमी है तो आप स्वप्न में हमें बताएं या फिर हमें आशीर्वाद देकर आप पितर लोक को गमन करें"" एसा कहकर वह जल धीरे धीरे भूमि पर या किसी पौधे में गिरा दे, सावधानी- यदि स्वप्न में अपने ही पूर्वज या अपने ही घर के कोई सदस्य आए, तभी यह प्रयोग करना है यदि दूसरे लोग जिन्हें आप नहीं जानते, वैसे लोग आते हैं तो यह प्रयोग ना करें वैसे में यह प्रयोग आप को नुकसान पहुंचा सकता है (इसके बारे में विस्तार से आप, गरुड़ पुराण ,मार्कंडेय पुराण एंव स्वप्न विज्ञान में पढ़ सकते हैं) दान उपाए- 3) कम से कम सात शनिवार गुड और रोटी या आटा में गुड़ मिलाकर रोटी बना ले और उसे किसी काले कुत्ते को खिलाएं, 4) शनिवार को शाम में काला तिल या काला उड़द अपनी इच्छा अनुसार ले ले और उसे अपने हाथों से स्पर्श करके या 21 बार केतु के मंत्र से अभिमंत्रित करके , मंत्र-"" ॐ स्त्रां स्त्री स्त्रौं सह केतवे नम: ""किसी काली गाय को खिला दे, रंग उपचार- 5) इसके लिए आप अपने शयनकक्ष में लाल और नीला प्रकाश या फिर सफेद या हल्का पीला और साथ में भुरे रंग के प्रकाश इस्तेमाल करें और बिना सर को ढके ही सोए || मंत्र उपचार-- 6) नियमित सोने से पहले एक छोटे से लोटा में जल ने उसे अपने हाथों से ढक दें और 21 बार महामृत्युंजय मंत्र या फिर गायत्री मंत्र का पाठ करें और फिर उस जल को ग्रहण करके ही सोए,, , 7) नियमित राहु काल में एक माला राहु मंत्र का जाप एवं एक माला केतु मंत्र का जाप नियमित करें और फिर अमावस में कुल मंत्रों के दशांश में हवन करें यह प्रयोग घर में सुख शांति की वृद्धि करती है साथ में नकारात्मक उर्जा का नाश करके सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती है धुम्र उपचार - 8) अपने घर में दिन में धूना जलाकर उसका दुआ करें और रात को सोने से पहले लोबान जलाकर उसका दुआ अपने पूरे घर में करें,, , रत्न उपचार --- 9) शनिवार को अपने दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में एक गोमेद और कनिष्ठा उंगली में एक लहसुनिया धारण करें प्रयास करें यह दोनों रत्न अष्ट धातु में बना हुआ हो यदि ऐसा नहीं है तब आप इसे चांदी में बनवाकर भी धारण कर सकते हैं मैंने भिन्न-भिन्न उपचार आप सबों को बताया है आप इनमें से कोई भी उपचार करके अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं और इस दोष को कम करके इससे मिलने वाले लाभ को प्राप्त कर सकते है ""ऐसे ही मेरे अगले ब्लॉग में आप फिर एक किसी दोष के बारे में पढ़ेंगे एवं साथ ही उसका उपचार और उपाय के बारे में भी पढ़ेंगे तब तक के लिए "धन्यवाद ""