ग्रहण के दिन जन्म लेने वाले जातक के कष्ट निवारण के उपाय
जो जातक ग्रहण के दिन जन्म लेते हैं उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है मैं राशि अनुसार उनके कासन को दूर करने का उपाय दे रहा हूं: -
1 मेष राशि: अपने भाइयों से सदव्यवहार रखें तथा समय-समय पर उनकी सहायता करते रहे मन को ऊर्जावान रखने हेतु ग्रहण के दिन मसूर की दाल का दान करें।
2: वृषभ राशि: महिलाओं का सम्मान करें एवं छोटी कन्याओं को भोजन करवे एवं उनकी शिक्षा की व्यवस्था करें।
3: मिथुन राशि: व्यापार में अप्रत्याशित हानि होने पर गाय को नियमित हरा चारा खिलावे एवं किसी की भी सलाह पर विचार करते समय स्वयं के हित में निर्णय लेवे।
4: कर्क राशि: मानसिक काश टी एवं गृह क्लेश की स्थिति में महामृत्युंजय मंत्र के जाप करें माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें उनका आशीर्वाद प्राप्त करें ग्रहण के दिन खीर एवं बताशे यथाशक्ति दीन दुखियों को दान करें।
5: सिंह राशि: नौकरी एवं व्यवसाय में आ रही रुकावटें तथा मां अनुकूल पदोन्नति प्राप्त करने हेतु सूर्य को नियमित जल देवें पिता की सेवा करें एवं सप्तधान्य का दान करे।
6: कन्या राशि: शत्रु पक्ष के प्रबल होने तथा हर समय बेवजह विवाद की स्थिति होने से साबुत मूंग की दाल का दान करें पक्षियों को दाना डालें एवं उनके जल की व्यवस्था करें साथ ही गायत्री मंत्र काजब करें।
7: तुला राशि: कोर्ट कचरी से परेशानी एवं कर्ज छुटकारा पाने हेतु मां लक्ष्मी की आराधना करें उन्हें सफेद पुल अर्पित करें सूजी का हलवा और पूरी गरीबों को खिलावे।
8: वृश्चिक राशि: मानसिक पीड़ा में व्याधियों को दूर करने के लिए सुंदरकांड का पाठ करें इमरती या मीठी रोटी चल या कौवे को खिलावे।
9: धनु राशि: शिक्षा प्राप्ति में बढ़ाएं अथवा यात्राओं में मनोनुकूल फल नहीं मिलने की स्थिति में ब्राह्मणों को भोजन करने धार्मिक स्थान पर पुस्तक बांटे अथवा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
10: मकर राशि: व्यवसाय में हानि, धन के वेग की अधिकता एवं मानसिक पीड़ा को दूर करने के लिए शनिवार को मंदिर में बादाम चढ़ावे तथा गरीब मजदूरों को भोजन करावे।
11:कुंभ राशि: धन की बरकत एवं घर में सुख शांति हेतु ग्रहण वाले दिन सफाई कर्मी को भोजन सामग्री दक्षिणा सहित देवे एवं तेल से निर्मित वस्तुओं का दान करें एवं महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
12: मीन राशि: नौकरी में प्रगति की कामना कर रहे युवाओं को तथा समाज में मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा हेतु श्री सूक्त एवं विष्णु सहस्त्रनाम के पाठ करें घर में हवन करवा में पीपल के वृक्ष के नीचे नियमित रूप से दीपक जलावे।